कागज कैसे बनता है | Kaagaj kaise banta hai in Hindi

कागज कैसे बनाता है ?

कागज कैसे बनता है | Kaagaj kaise banta hai in Hindi

दोसतों आपका हमारी वेबसाइट पर सवागत है। दोसतों आज हम कागज के बारे में कुँछ जानकारी हासिल करेगें। दोसतों आज का समय Computer और Internet का है, पर दोसतों कागज का इस्तेमाल आज भी किया जाता है। दोसतों क्या आपके मन में यह सवाल कभी आया है कि जो कागज हम इसतेमाल करते है वो कहाँ से आता है ? अगर आप जान्ना चाहते है कि कागज कैसे बनता है, तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े।
दोसतों Paper एक ऐसा पदार्थ होता है जिस को हम लिखने के लिए इस्तेमाल करते है, और इस पर प्रिंट किया जाता है और इसका इस्तेमाल पैकिंग में भी होता है। दोसतों Paper को बनाने के लिए सेल्यूलोज का इस्तेमाल होती है। रुई एक ऐसा पदार्थ है जिस से सेल्यूलोज को काफ़ी मात्रा में प्रापत किया जा सकता है। पर इसका इस्तेमाल Paper को बनाने के लिए नहीं किया जाता क्योंकि इसकी कीमत बहुँत ही ज्यादा होती है। इस लिए Paper को बनाने के लिए पेड़ों का इस्तेमाल किया जाता है।

कागज पेड़ों से क्यों बनता है –

दोसतों अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि कागज पेड़ों से क्यों बनता है ? दोसतों सेल्यूलोज एक तरह का कार्बोहाइड्रेट है जिस को पेड़-पौधों में पाया जाता है। दोसतों इस से प्राप्त सेल्यूलोस का इस्तेमाल करकें Paper बनाया जाता है। सेल्यूलोज के रेशों की मदद से एक पतली चद्दर बनाई जाती है जिस से कागज बनाया जाता है। ऐसा गुण सेल्यूलोज के रेशों में ही पाया जाता है जिस को एक पतली चद्दर का रूप दिया जा सकते है, इस लिए Paper को सेल्यूलोज से बनाया जाता है और सेल्यूलोज को पेड़-पौधों से प्राप्त किया जाता है।

कागज बनाने की प्रक्रिया –

दोसतों Paper को बनाने कि प्रक्रिया पेड़ों से शुरू होती है। सबसे पहले पेड़ों को काटा जाता है और फिर उनके छोेटे छोटे टुकड़ो में काट लिया जाता है। इसके बाद इन कटे हुँए टुकड़ो को पानी में डाल कर उबाल लिया जाता है और बनने वाली लुगदी में ब्लीच और केमिकल्स मिलाये जाते हैं। इस प्रक्रिया के बाद इस तैयार लुगदी में से पानी को अलग किया जाता है। फिर लुगदी की मदद से एक पतली चद्दर बनाई जाती है जिस को सुखाकर अलग अलग आकार में काट लिया जाता है। इस तरह अलग-अलग आकार का Paper तैयार हो जाता है।
दोसतों दुनिया में सबसे पहले कागज को चीन में बनाया गया था, यह कागज कपड़ो के चिथड़ो से बनाया गया था। क्योकि कपड़ों के चिथड़ो में सेल्यूलोज बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है जिस से इस से Paper बनाना बहुँत सरल होता है। इस से बना हुँआ Paper बहुँत अच्छा होता है।

कागज को रिसायकल किया जा सकता है –

दोसतों Paper की एक खास बात यह है कि इसे Recycle भी किया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि हम पुराने Paper को नया बनाकर फिर से इस्तेमाल कर सकते है। दोसतों Paper को Recycle करने के बहुँत लाभ है। एेसा करके हम बहुँत से पेड़ों को कटने से बचा सकते है। इस बातको आप जानते ही होगें कि पेड़ हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है। इस लिए आप कभी भी Paper को खराब ना करें और इसे हमेशा Recycle करते रहे, जिस से हमारी धरती हरी भरी रहे।
दोसतों आपको यह पोस्ट कैसी लगी ? अगर आपको हमारी इस जानकारी से कोई भी मदद मिलती है तो आप इस पोसट को अपने दोसतों के साथ Share जरूर करें। धन्यबाद।

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