चूना खाने के फायदे और जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ | Chune ke fayde

चूना खाने के फायदे और जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ

चूना खाने के फायदे और जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ | Chune ke fayde

जागरूकता पर, हम ऐसे नुस्खों से संबंधित जानकारी को प्राप्त करने का प्रयास करने जा रहे हैं। कुछ घरेलू उपचार, जो हमारे सम्पदा के होते हैं, हालांकि, समय के साथ ढेर हो गए हैं। आजकल हम घरेलू उपचार पर नहीं बल्कि पुराने लोगों की तुलना में अतिरिक्त अस्वस्थता पर विश्वास करते हैं। आज हम प्रिस्क्रिप्शन के नुस्खे जैसे "चूना खाने के फायदों" के फायदों के बारे में बात करेंगे।
सफेद रंग का चूना पैन में उपयोग किया जाता है। यह शारीरिक और मानसिक विकारों को दूर करने में सक्षम है, चूने के लाभों के रूप में इसके अलावा कई स्वास्थ्य लाभ है। जहां कहीं भी अमृत जाएगा? इस एक चूने से सत्तर बीमारियों का इलाज संभव है। यह धातु तत्व की सबसे बड़ी आपूर्ति है। अगर इसका सही और सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह कठिन से कठिन बीमारियों को भी दूर करने में सक्षम है। भोपाल जैसे कई शहरों में जहां भी पानी में धातु तत्व की कमी है, वह चूने से लैस है। इसकी कठोर गुणवत्ता के कारण इसे सैकड़ों वर्षों तक विभिन्न कार्यों में लगाया जा सकता है। लेखन के टुकड़े में इसके गुणों की बहस का एक ढेर होता है।

चूना खाने के फायदे



  • पीलिया - एक गिलास गन्ने के रस के दौरान गेंहू के दाने के रूप में चूने की संख्या को मिलाकर पीने से पीलिया ठीक हो जाता है। यह नपुंसकता को भी दूर करती है और गर्भ धारण न करने की भी खामी को भी दूर करता है। यह इलाज आपको एक वर्ष और डेढ़ वर्षो के लिए नियंत्रित करना है।
  • लंबाई और मेमोरी पावर - अनाज, दूध, दाल या पानी में एक अनाज के दाने के बराबर चूना डाल कर खाने से लंबाई बड़ती है और दिमाग भी तेज होता है, इसके उपयोग से रक्त की कमी दूर होती है और बुद्धि का विकास होता है, जिससे कि स्मरण शक्ति अपेक्षाकृत कम हो जाती है।
  • एनीमिया - सुबह खाली पेट अनार के रस में चुटकी भर चूना मिलाया जाता है और इससे रोगी शीघ्र ही स्वस्थ्य हो जाता है। सिर्फ अनार का रस ना होनें पर इसे किसी भी रस या पानी में लिया जा सकता है। यह मिश्रण बौद्धिकता को बढ़ाता है और शरीर के भीतर अतिरिक्त ऊर्जा का संचार होता है।
  • हड्डियों को मजबूत बनाना - हमारी हड्डियों और दांतों की क्षेत्र इकाई परमाणु संख्या 20 से निर्मित होती है, अगर इसके अतिरिक्त उनमें परमाणु संख्या 20 की कमी है। यह कमी केवल चूने से होगी। यहां तक कि एक टूटी हुई हड्डी को जोड़ने में सक्षम सबसे महत्वपूर्ण चूने में है। यदि आप ध्यान में रखते हैं, तो आजकल 20-25 साल, प्लास्टर पूरी तरह से चूने के साथ किया गया था। सुबह खाली पेट, पीठ दर्द, कंधे का दर्द, घुटनों का दर्द, फफूंद के सभी मुद्दों और यहां तक कि खतरनाक बीमारी के साथ हड्डियों के क्षेत्र की इकाई मजबूत होती है, चूहे के मामले में इसके अलावा चूने के साथ ही दूर की बात है।
  • पीरियड्स के मुद्दे - इस के दौरान, महिलाओं को शारीरिक दर्द सहना पड़ता है। जीवन भर के बदलाव, गर्भधारण और पूरे इशारों में शारीरिक समस्याओं के कारण इसके अतिरिक्त लैक्टेशन का उपचार होता है। 40 के बाद, कैल्शियम कार्बोनेट की कमी होने लगतीं है, जो चूने के साथ मिल सकता है। पैथोलॉजी की संभावना भोजन, दाल, लस्सी या पानी में गेहूं के दाने के समान तीव्र चूने से समाप्त हो जाती है। गर्भवती माँ को सबसे अधिक कैल्शियम की जरूरत रहती है, इस प्रकार गर्भवती महिलाओं के लिए, 9 महीनों के लिए, एक कप अनार के रस में समान मात्रा में गेहूँ के दाने के समान चूना खिलाने से बहुँत लाभ होते है। वो कुँछ इस तरह है :-

  • बच्चे के जन्म के समय माँ को प्रसव पीड़ा से पीड़ा नहीं होती है।
    बच्चे की प्रणाली बढ़ सकती है यानी कि बच्चा अपने जीवन में जल्दी बीमार नहीं होगा।
    ऐसा बच्चा अपनी बुद्धि और बुद्धिमत्ता का परिचय तब तक दे सकता है जब तक वह बड़ा नहीं हो जाता।
    शरीर की कोई कमजोरी या कमी नहीं होगी।
    उसका IQ अच्छा होगा।


  • नेल मुनहास की समस्या - गेहूं के दाने के समान चूने को थोड़ा शहद के साथ मिलाकर नेल मुनहास पर लगायें, आपको जलद राहत मिलेगी। पोटेशियम, तांबा, सल्फेट और शहद (सभी पाउडर), लगातार मूस जगह के दौरान चूने के पाउडर के साथ, मस्से गायब हो जाते हैं।
  • दिमागी अवसथा - ऐसे बच्चे जिनकी उम्र उम्र के साथ कदम या दिमाग के साथ विकसित नहीं होती है, काम की सोच शक्ति के बराबर नहीं होती है या उनका प्रत्येक कार्य अविश्वसनीय रूप से धीमा होता है या ऐसे निराश्रित बच्चे। चिंता न करें चूना सिर्फ शिशुओं के लिए ही नहीं है, बल्कि यह अमृत का काम करता है। ऐसे बच्चे को चूना खिलाने से वो जलद ही स्वस्थ हो जाएँगा।
  • छाले - मुँह में छाले होने पर चूने का पानी पीने से छाले कम हो जाता है अगर मुंह में ठंडी-गर्म या झंझनाहट आ रही है, तो चूना लें और राहत पाएं।

  • गेहूं के दाने के समान चूने का सेवन करना काफ़ी है। खाली पेट चूने को खाने से बहुँत लाभ मिलता है। गन्ने के रस में, फलों के रस के भीतर या सबसे अच्छे अनार के रस में इसका सेवन किया जा सकता है। अगर आपके पास किसी भी फल का रस नही है, तो आप दही, लस्सी, दाल, भोजन, दूध या सबसे आसान पानी के साथ सेवन करेंगे। अगर आपको खून की कमी है तो अनार का रस का एक कप में लेकर खाली पेट हर रोज पीना चाहिए इस से कमी पूरी हो जाती है। वे भारतीय जो पान खाते है, ऐसे लोग महर्षि वाग्भट के अनुयायी हैं। अगर पान खाना आपका शौक है तो केसर, लौंग, दालचीनी, इलायची, चुटकी भर चयन, गुलकंद, काली मिर्च, नारियल, सौंफ खाएं।

    सावधान

    यदि आप पथरी के मुद्दों से प्रभावित हैं, तो चूने को किसी भी तरह से न लें, यह ऐसे रोगियों के लिए हानिकारक है।
    दोस्तों चूने को खाने के बारे में यह अच्छी बाते थी, आपको भी इनका लाभ उठाना चाहिए। भगवान ने हमें हर बिमारी से उभरने के लिए कुछ प्राकृतिक उपचार दिए है, हमें इनका इस्तेमाल करना चाहिए। किसी भी उपचार को लेने से पहले, अाप डॉक्टर की राय जरूर लें। हमारे पास इस पाठ को समझदार विशेषज्ञता और डेटा के विचार के साथ साझा करने की आपकी प्रवृत्ति है। आप के साथ अपने वर्ग उपाय के साथ अपने उप-चर्चा का उपयोग करें।

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