क्या नाश्ता करना फ़ायदेमंद है ? Is breakfast profitable In Hindi

क्या नाश्ता करना फ़ायदेमंद है ?

क्या नाश्ता करना फ़ायदेमंद है ? Is breakfast profitable In Hindi

दोसतों मैं जसवीर सिंह आपका अपनी वेबसाइट पर सवागत करता हूँ। दोसतों आज हम सब जानेगें कि क्या नाशता करना हमारे लिए फायदेमंद होता है या नहीं। दोसतों नाशता करना हमारे लिए बहुँत जरूरी होंता है, पर अगर आप वजन कम करना चाहते होतों यह आपकी मदद नहीं करेगा। दोसतों एक खोज में हमे यह पता चला है :-
कि जब भी हम नाशता करते है तो उस समय हम सब 260 कैलोरी ओर ले रहे होतें है, जिससे हमारा वजन बड़ जाता है। दोसतों जो लोग नाशता करते है उनका वजन आधा किलों बड़ जाता है। दोसतो विशेषज्ञों का यह कहना है कि नाशता कैल्शियम और फ़ाइबर का अच्छा स्रोत होता है।
जो लोंग नाश्ता करते है इससे उनकी एकाग्रता और ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ जाती है। इसका फ़ायदा बच्चों को ज्यादा होता है।
अगर आप नाशता अच्छें से और सवस्थ लेतें हो तो इससे आपको ऊर्जा और ज़रूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जोकि हारे सवस्थ जीवन के लिए बहुँत जरूरी होतें है और इससे आपको बार-बार ख़ाना ख़ाने की जरूरत नहीं पड़ती।
दोसतों बहुँत अध्ययन करने पर हमें पता चलता है कि नाशता करने के हमे कितने फ़ायदें है और हम सब किस तरह से अच्छा ख़ाना ख़ाकर सवस्थ जीवन बतीत कर सकते है।
दोसतों ऑस्ट्रेलिया में नाशते को लेकर एक नई रिसर्च की गई थी, जिस में नाशते और वजन को लेकर अलग-अलत अध्ययन (Experiments) कियें गए।
तो दोसतों इन अध्ययनों से यह पता चाला है कि नाशता छोडने पर फ़ायदा होता। अगर हम नाशता नहीं करते तो दिन में ली जाने वाली कुँल कैलोरी को कम किया जा सकता है।
दोसतों इस अध्ययन में यह बताया गया है कि जो लोंग नाशता नही करते वो कम कैलोरी लेतें है। यह भी बताया गया है कि जो लोंग नाशता नहीं करते उनको दोपहर में भी बहुँत कम भूख लगतीं है।
दोसतों अगर वयस्कों को वज़न घटाना होतो उनकों नाश्ता छोड़ने की सलाह देते वक़्त सावधानी बरतनी चाहिए - क्योंकि ऐसा करने से उल्टा प्रभाव भी हो सकता है। क्योंकि हम पहले के मुँकाबले कम कैलोरी ले रहें होतें है।
दोसतों हालांकि विज्ञानिकों का यह कहना है कि इस अध्ययन की अपनी कुँछ सीमाएं है।
दोसतों इस अध्ययन में भग लेनें वाले लोंगों को 2 से 16 हफतों के लिए फालों किया गया था। इस अध्ययन में हमें यह पता चला कि नाशता करने वालों और नाशता ना करने वालों में कैलोरी का अंतर बहुँत कम था।
दोसतों नाशता छोड़ने के विषय में अभी और बहुँत सा अध्ययन करने की जरूरत है क्योंकि इस अध्ययन से अभी कुँछ भी ठीक तरह से पता नहीं चला है, इसलिए अभी बहुँत सा अध्ययन करने की जरूरत है।
डाइटीशियन और किंग्स कॉलेज लंदन के न्यूट्रिशन साइंस डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रोफेसर केविन वेलन कहते हैं कि हमें सुबह ज़्यादा कैलोरी नहीं लेनी चाहिए।
उनका कहना है, "ये स्टडी ये नहीं कहती कि नाशता करना सेहत के लिए बुरा है."
"अगर नाशते में आप अनाज या दूध लेते हैं तो इससे आपको ज़रूरी पोषक तत्व यानी कैल्शियम और फ़ाइबर मिलता है."
दोसतो परं ऑस्ट्रेलिया की ये Research ब्रेकफ़ास्ट के इस पहलू पर रोशनी नहीं डालती है।
उन्होंने कहा है कि,"हम यहां ये नहीं बता रहे कि ब्रेकफ़ास्ट मोटापे का कारण है।"
अगर आपको मेरी द्वारा दिए गए जानकारी अच्छी लगीं हो तो आप मुँझे Follow जरूर करें और आप मेरी website को भी Email की मदद से Follow करें जिस से आप को हमारे नयें पोंसट के बारे में सबसे पहले पता चल सके।
धन्यबाद।

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